
भगवत कौशिक। रोहतक: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के अंग्रेजी और विदेशी अध्ययन विभाग से 12वीं पास विद्यार्थी बीए अंग्रेजी पाठ्यक्रम कर करियर के नए द्वार खोल सकते हैं। विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर और अध्यक्ष डॉ. रणदीप राणा ने कहा कि एनईपी (2020) के तहत अंग्रेजी में चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम आजीवन अनुभवात्मक शिक्षा को विकसित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसका उद्देश्य छात्रों को विविध संस्कृतियों, इतिहास और महत्वपूर्ण साहित्यिक कार्यों से अवगत कराना है, जिससे सांस्कृतिक क्षमता को बढ़ावा मिले और उनके समग्र विकास के लिए विविध दृष्टिकोणों का विकास हो।
प्रो. राणा ने कहा कि अंग्रेजी भाषा और साहित्य हमेशा से 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्रों के लिए एक बहुत ही पसंदीदा विकल्प रहा है। एमडीयू रोहतक में बीए अंग्रेजी कार्यक्रम छात्रों को आवश्यक जीवन कौशल, रचनात्मकता, आलोचनात्मक कौशल और सौंदर्यशास्त्र के प्रति रुचि विकसित करके सशक्त बनाता है। पाठ्यक्रम/सिलेबस विशेष रूप से भारतीय साहित्य, ब्रिटिश साहित्य, अमेरिकी साहित्य, मीडिया अध्ययन, सांस्कृतिक अध्ययन, ध्वन्यात्मकता, योग्यता और कौशल संवर्द्धन पाठ्यक्रम पर विशेष ध्यान देने के साथ तैयार किया गया है।
एनईपी (2020) के तहत अंग्रेजी में चार वर्षीय स्नातक (बी.ए) पाठ्यक्रम छात्रों को अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी, निजी, कॉर्पोरेट, बैंकिंग, मीडिया क्षेत्र में करियर के अपार अवसर प्रदान करता है। छात्र आगे उच्च अध्ययन और शोध भी कर सकते हैं।
अंग्रेजी और विदेशी भाषा विभाग में एक अनुभवी संकाय है जिसमें शामिल हैं:
एक वरिष्ठ प्रोफेसर, तीन प्रोफेसर, दो एसोसिएट प्रोफेसर और एक सहायक प्रोफेसर।
सभी संकाय सदस्यों के पास डॉक्टरेट की डिग्री है और वे उत्तम मार्गदर्शन और सलाह देने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं। इसके अलावा, छात्रों को हर क्षेत्र में सुविधा प्रदान करने के लिए उन्तालीस (39) जेआरएफ/यूआरएस शोधार्थी हैं।
कौन आवेदन कर सकता है?
योग्यता: हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी से कुल मिलाकर कम से कम 45% अंकों के साथ सीनियर सेकेंडरी परीक्षा (10+2) (केवल हरियाणा के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अंधे/दृष्टिहीन और दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए 42.75%) या एम.डी. यूनिवर्सिटी, रोहतक द्वारा मान्यता प्राप्त कोई अन्य परीक्षा।
सीटों की संख्या: 60
प्रवेश का तरीका: प्रवेश परीक्षा के माध्यम से